गंगा घाट है तू मेरा जिस में लगा के डुबकी थाम ली है इश्क़ की कश्ती। गंगा घाट है तू मेरा जिस में लगा के डुबकी थाम ली है इश्क़ की कश्ती।
जिंदगी में कुछ मिले ना मिले हमें, लेकिन बनारस जरूर देखना है हमें। जिंदगी में कुछ मिले ना मिले हमें, लेकिन बनारस जरूर देखना है हमें।
मकर संक्रांति में गंगा उस पार से मेरे साथ में पतंग का पेंच लड़ाओगे? मकर संक्रांति में गंगा उस पार से मेरे साथ में पतंग का पेंच लड़ाओगे?
होलिका दहन अब बंद करो कहती हैं यह होलिका नारी का सम्मान करो। होलिका दहन अब बंद करो कहती हैं यह होलिका नारी का सम्मान करो।
खोज थी सीमित बनारस तक महादेव की, वहीं की वासी हूँ पैदा होके यहाँ पारस हुई। खोज थी सीमित बनारस तक महादेव की, वहीं की वासी हूँ पैदा होके यहाँ पारस हुई।
हम सब में, (अंतिम) श्वास भरता है, बनारस। हम सब में, (अंतिम) श्वास भरता है, बनारस।